आवास ऋण देने वाले एचडीएफसी लिमिटेड ब्याज दरों को बाहरी बेंचमार्क से जोड़ने पर विचार कर रही है। आरबीआई ने हालांकि हाउजिंग फाइनेंस कंपनियों से ऐसा करने को नहीं कहा है। एचडीएफसी लिमिटेड के वाइस चेयरमैन केकी मिस्त्री ने बताया कि लोन और लायबिलिटीज, दोनों को बाहरी बेंचमार्क से लिंक करने पर विचार किया जा रहा है, क्योंकि इससे इंट्रेस्ट मार्जिन बचाने में मदद मिलेगी। अगले दो हफ्ते में होगी बैठक मिस्त्री ने कहा, अगले दो हफ्तों में हमारी एसेट लायबिलिटी कमिटी की बैठक होने वाली है। उसमें हम ऐसे लोन प्रॉडक्टस पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा, हम एक्सटर्नल बेंचमार्क से जडा लोन प्रॉडक्ट तभी पेश करेंगे. जब हम अपनी लायबिलिटी साइड में भी ऐसा ही मैकेनिज्म अपनाने की स्थिति में होंगे। बैंक का कुल एयूएम रू4.76 लाख करोड एचडीएफसी का टोटल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 30 जून को 13 फीसदी बढ़कर 4.76 लाख करोड़ रुपए हो गया था। इसके दिए गए लोन में घर खरीदारों को दिए गए कर्ज का हिस्सा करीब 75 फीसदी है। वहीं लोन बुक में बाकी हिस्सा कंस्ट्रक्शन फाइनेंस, लीज रेंटल डिस्काउंटिंग और कॉरपोरेट लोन का है। कंपनी बॉन्ड्स, पब्लिक डिपॉजिट. ओवरसीज क्रडिट और वनाला टम लान क कॉम्बिनेशन से पसा जुटाता है।