राम के आदर्शों को दिल मे उतारने की जरूरत-राधा वर्मा
फतेहाबाद:रामायण की कथा हम सबको बड़ा संदेश देती है।रामलीला के कलाकारों व्दारा भगवान श्री राम, सीता, लक्ष्मण, शत्रुध्न और भरत के आदर्शों का मंचन किया जायेगा।लेकिन हमें उनके आदर्शों को दिल मे उतार कर हमें उनके बताए गए मार्ग पर चलने की जरूरत है।उक्त उद्गगार समाज सेवी एवं विधायक जितेंद्र वर्मा की पत्नी राधा वर्मा ने कस्वा फतेहाबाद मे रामलीला का उदधाटन करते समय व्यक्त करते हुए कहा कि त्रेता युग में रावण दुनियाभर के लिए आतंक का पर्याय था ।मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने 14 साल के वनवास के दौरान जो कल्याणकारी कार्य किए उनका उन्हें फल मिला। और रावण पर विजय हासिल की ।रावण एक त्रेतायुग युग में नहीं बल्कि हर युग मे होता है समाज में रावण लोग विपरीत परिस्थितियां उत्पन्न करते हैं ।इससे घबराना नहीं चाहिए। परिस्थितियां आपको
आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि रामलीला में कलाकारों द्वारा राम के आदर्शों का मंचन किया जायेगा।जिससे भाई के प्रति भाई का प्रेम, माता पिता का सम्मान,मित्रता का निर्वाहन, और पति के प्रति पत्नी का दायित्व का निर्वाहन कैसे किया जाता हैं। इस रामलीला के माध्यम से आपको प्रेरणा लेने की जरूरत है।इन सबको अपने दिल मे उतारकर उनका पालन करे।तभी रामलीला देखने का सही मायने में सफल होगा।इसके बाद वृजेश आदर्श रामलीला मंडल के कलाकारों व्दारा नारद मोह और रावण जन्म की लीलाओं का मंचन किया गया।इस अवसर पर सुरेश लोधी, डा.हरीओम शर्मा,अंतराम पोद्दार, रामनिवास गुप्ता, चिरंजी लाल माहौर, राजेश चौहान, राजू झा,वेदप्रकाश गुप्ता, बलबीर सिंह गुर्जर, योगेश कुलश्रेष्ठ, सीताराम शर्मा ,मनीष शर्मा, आलोक बछरवार आदि उपस्थित रहे।
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