<no title>जीवनरक्षक साबित हो रहा यूएमसी

जीवनरक्षक साबित हो रहा यूएमसी


उन्नाव। शहर के कब्बाखेड़ा स्थित उन्नाव मेडिकल सेंटर लोगों के लिए जीवनरक्षक साबित हो रहा है। डॉ निर्मल खेड़िया, डॉ भरत खेड़िया व डॉ रिमझिम जैन खेड़िया के निर्देशन में यूएमसी की टीम मरीजों की सेवा में तत्पर रहती है।
उन्नाव मेडिकल सेंटर में हाल ही में बबल सीपीएपी और 500 ग्राम जितने नवजात शिशुओं के लिए वेंटिलेटर सुविधा शुरू करने के बाद से जिले के बहुत से बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है। बबल सीपीएपी जैसी आधुनिक मशीनें बहुत से बड़े अस्पतालों में नहीं है इस मशीन के द्वारा जिन बच्चों को फेफड़ों के परेशानी नूमोन्या की वजह से वेंटिलेटर पर रखना पड़ता था अब उन्हें इस मशीन से वेंटिलेटर के सभी फायदे मिल जाते हैं और वेंटिलेटर के फेफड़ों पर आने वाले हानि कारक असर भी नहीं आते और अगर बच्चों को वेंटिलेटर पर रखना भी पड़े तो खास बच्चों के लिए उनके शरीर की ज़रूरतों के लिए बने हुए वेंटिलेटर की उपलब्धता की वजह से अब बच्चे को कानपुर लेकर भागने की ज़रूरत भी कम पड़ती है और वहाँ तक जाने में जो वक़्त जाया होता था अब वो भी नहीं होगा। ऐसे ही कई बच्चों में से एक मासूम बालक कार्तिक को सब जगह से जवाब होने के बाद यूएमसी की टीम ने इन्हीं मशीनों के प्रयोग से बचाया। यूएमसी की शाखाएं शुक्लागंज सफीपुर व अन्य कस्बों में भी हैं।


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